छुक छुक छुक......छुक छुक छुक......रेल गाडी रेल गाडी.... छुक छुक छुक......छुक छुक छुक......
रुको भाई रेल गाडी वाले !!! अरे रुको रुको..... चलो बच्चे अब जल्दी से हमारी इस रेल गाडी के पीछे बेठ आओ.... १ २ ३ अब चली हमारी रेल गाडी.... छुक छुक छुक......छुक छुक छुक...... छुक छुक छुक...... छुक छुक छुक......
बादलों के घेरे कहानी की तात्विक समीक्षा | कृष्णा सोबती
15 minutes ago
7 आप की राय:
बहुत सुंदर बालगीत. शुभकामनाएं.
रामराम.
कमेंट टेस्टींग..
भाटिया जी ये ब्लॉग तो ठीक है, लेकिन स्क्रॉल करने में दिक्कत है। टिप्पणी में कोई दिक्कत नहीं
कितना पुराना गीत और मेरा बहुत ही प्रिय, सुनकर मजा आ गया ।
इस ब्लॉग के खुलने में और टिप्पणी बॉक्स खुलने में देर लगी पर रुकना सार्थक हुआ ।
अपुन की राय आपके ब्लॉग के विषय में बहुत ही अच्छी है।
्राज जी आज हमरे नाती आये हुये थे खूब लुत्फ उठाया अपकी रेल का आभार्
बहुत ही प्यारा ब्लॉग है! मुझे बेहद पसंद आया! मैं तो अपने बचपन के दिनों में चली गई! अब तो मैं आपकी दसवी फोल्लोवेर बन गई हूँ इसलिए आती जाती रहूंगी!
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