नमस्कार, आईये जुडे मेरे इस ब्लांग से, आप अपनी बाल कहानियां, कविताय़ॆ,ओर अन्य समाग्री जो बच्चो से के लायक हो इस ब्लांग मे जोडॆ,आप अगर चाहे तो आप भी इस ब्लांग के मेम्बर बने ओर सीधे अपने विचार यहां रखे, मेम्बर बनने के लिये मुझे इस e mail पर मेल करे, ... rajbhatia007@gmail.com आप का सहयोग हमारे लिये बहुमुल्य है,आईये ओर मेरा हाथ बटाये.सभी इस ब्लांग से जुड सकते है, लेकिन आप की रचनाये सिर्फ़ सिर्फ़ हिन्दी मे हो, आप सब का धन्यवाद

chchanda mama

प्रस्तुतकर्ता निर्मला कपिला

चन्दा मामा
चन्दा मामा हाथ उठा कर,
भईया जी हैं नित्य बुलाते।
सोते नहीं देखते एक टक ,
कब से इन को खडे सुलाते

आसमान से नाता तोडो,
अपने को धरती से जोडो।
मुस्काते हैं गोद उठाओ,
इन से कभी नहीं मुख मोडो।

इन के संग घोड्र पर बैठो,
इन के संग हाथी पर बैठो।
दूध मलाई जी भर खाऔ,
भईया के घर चन्दा आओ।
लेखक --डा. चक्रधर नलिन जी

chiychidiya ban jaoon--baal kavita

प्रस्तुतकर्ता निर्मला कपिला

चिडिया बाल कविता
चिडिया बन जाऊँ

चाह रहा चिडिया बन जाऊँ।
पँख लगा कर नभ छू जाऊँ।

मुझ को अच्छा लगता ऊडना,
डाल डाल मीठे फल चखना।
देश भविश्य नया सुख पाऊँ.
चाह रहा चिडिया बन जाऊँ।

पर्वत सागर घूमूँ जी भर,
रहूँ किसी पर कभी न निर्भर।
तारों के संग नाचूँ गाऊँ.
चाह रहा चिडिया बन जाऊँ।

सरल मधुर हो खग सा जीवन ,
हो सुख दुख से उपर तन मन ।
जो भी मिले खुशी से खाऊँ,
चाह रहा चिडिया बन जाऊँ।
लेखक डा. चक्रधर नलिन

loosi raani--kavita

प्रस्तुतकर्ता निर्मला कपिला

लूसी रानी
लूसी रानी सूट पहन कर
बाँध गले मे टाई
भों भों कर अँग्रेजी बोले
हेलो बाई बाई
भागी देख बंदर भईया
जब पड गये दिखाई
विभु दादा डंडा ले कर दौडे
इनकी जान बचाई
खों खों कर बन्दर जी लौटे
रुकी साँस फिर आयी
जान बची लूसी रानी की
देती थैन्क्स बधाई
लेखक डा. चक्रधर नलिन जी