लूसी रानी
लूसी रानी सूट पहन कर
बाँध गले मे टाई
भों भों कर अँग्रेजी बोले
हेलो बाई बाई
भागी देख बंदर भईया
जब पड गये दिखाई
विभु दादा डंडा ले कर दौडे
इनकी जान बचाई
खों खों कर बन्दर जी लौटे
रुकी साँस फिर आयी
जान बची लूसी रानी की
देती थैन्क्स बधाई
लेखक डा. चक्रधर नलिन जी
लूसी रानी सूट पहन कर
बाँध गले मे टाई
भों भों कर अँग्रेजी बोले
हेलो बाई बाई
भागी देख बंदर भईया
जब पड गये दिखाई
विभु दादा डंडा ले कर दौडे
इनकी जान बचाई
खों खों कर बन्दर जी लौटे
रुकी साँस फिर आयी
जान बची लूसी रानी की
देती थैन्क्स बधाई
लेखक डा. चक्रधर नलिन जी
2 आप की राय:
वाह बहुत सुंदर कविता.
रामराम.
वह हमें तो लूसी रानी यह कविता बड़ी ही मनभावन लगी .बधाई
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