बापू
भारत की पुकार थे बापू
धरती की बहार थे बापू
जो सोचा वो करने वाले
नहीं किसी से डरने वाले
कंटक पथ पर चलने वाले
दीप शिखा से जलने वाले
कभी न राह बदलने वाले
शासक क्रूर मसलने वाले
सत्य अहिंसा हार थे बापू
पावन हृदय विचार थे बापू
भारत को चमकाने वाले
हिन्दी को अपनाने वाले
देश महान बनाने वाले
जग मे प्रेम बढाने वाले
सेवाधर्म सिखलाने वाले
राष्ट्रपिता कहलाने वाले
सच्चे नेक उदार थे बापू
जनता का आधार थे बापू
लेखक डा.चक्रधर नलिन
भारत की पुकार थे बापू
धरती की बहार थे बापू
जो सोचा वो करने वाले
नहीं किसी से डरने वाले
कंटक पथ पर चलने वाले
दीप शिखा से जलने वाले
कभी न राह बदलने वाले
शासक क्रूर मसलने वाले
सत्य अहिंसा हार थे बापू
पावन हृदय विचार थे बापू
भारत को चमकाने वाले
हिन्दी को अपनाने वाले
देश महान बनाने वाले
जग मे प्रेम बढाने वाले
सेवाधर्म सिखलाने वाले
राष्ट्रपिता कहलाने वाले
सच्चे नेक उदार थे बापू
जनता का आधार थे बापू
लेखक डा.चक्रधर नलिन
8 आप की राय:
बापू के जन्म दिन पर बहुत सुंदर कविता.
रामराम.
सत्य अहिंसा हार थे बापू
पावन हृदय विचार थे बापू
बापू जयंती पर सुन्दर कविता
अच्छी है!
बापू के जन्म-दिन पर बड़ा सुंदर कविता है । बहुत बहुत बधाई
सच्चे नेक उदार थे बापू
जनता का आधार थे बापू
Bapu ke janamdin par ye kavita padhna bahut achcha laga
shukriya itni sunder rachna padhwaane ke liye
आप की कविता बहुत अच्छी लगॊ
बापू को समर्पित सुंदर कविता।
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
आप को दीपावली की शुभकामनाएं.
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