नमस्कार, आईये जुडे मेरे इस ब्लांग से, आप अपनी बाल कहानियां, कविताय़ॆ,ओर अन्य समाग्री जो बच्चो से के लायक हो इस ब्लांग मे जोडॆ,आप अगर चाहे तो आप भी इस ब्लांग के मेम्बर बने ओर सीधे अपने विचार यहां रखे, मेम्बर बनने के लिये मुझे इस e mail पर मेल करे, ... rajbhatia007@gmail.com आप का सहयोग हमारे लिये बहुमुल्य है,आईये ओर मेरा हाथ बटाये.सभी इस ब्लांग से जुड सकते है, लेकिन आप की रचनाये सिर्फ़ सिर्फ़ हिन्दी मे हो, आप सब का धन्यवाद

मेरे नाम अनेक -डा. नागेश पांडेय 'संजय'

प्रस्तुतकर्ता डॉ. नागेश पांडेय संजय

शिशुगीत : डा. नागेश पांडेय 'संजय'

मेरे नाम अनेक , दोस्तों , 
मैं छोटा सा भोलू . 
कोई मुझसे सोनू कहता ,
 कोई  कहता गोलू .
दादा जी कहते हैं टिंकू , 
दादी कहती कालू . 
मम्मी मुझसे लल्ला कहतीं,
 पापा कहते लालू . 
मेरे घर जब आता कोई,
कहता -नाम बताओ ?
चुप रह जाता , सर चकराता
क्या बोलूँ ? बतलाओ ?

[] लेखक की अन्य रचनाएँ यहाँ पढ़िए .

11 आप की राय:

Chaitanyaa Sharma said...

बहुत ही सुंदर सी कविता ...मेरे भी घर में कई नाम हैं....

राज भाटिय़ा said...

वाह जी बहुत अच्छी लगी यह रचना, ओर नाम भी बहुत प्यारे लगे:)

virendra sharma said...

बहुत ही सुन्दर गीत -शब्द चित्र है यह कविता एक भाव चित्र ,बखान भी बच्चे के आसपास ही कहीं होने का एहसास कराती हुई रचना .

सदा said...

वाह ...बहुत बढि़या ।

कल 09/11/2011 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है।

धन्यवाद!

मेरा मन पंछी सा said...

बहुत ही सुंदर कविता ...

Surendra shukla" Bhramar"5 said...

बहुत सुन्दर ..
कुछ भी नाम बताओ लाला
मोहन चाहे नंदलाला
टीका तुम्हे लगा के काला
गले पिन्हा के माला
प्रेम से हम सब सराबोर हो
पलकों रोज बिठाएंगे ..
दौड़े द्वारे आयेंगे ...
भ्रमर ५
बाल झरोखा सत्यम की दुनिया

SANDEEP PANWAR said...

बढिया लगी

Anonymous said...

are aap chhotu bhul gaye
bahut dino ke baad fir se blogging kerne ja reha hu

maza aa gaya
http://blondmedia.blogspot.com/2011/12/blog-post.html

virendra sharma said...

मेरे नाम अनेक , दोस्तों ,
मैं छोटा सा भोलू .
कोई मुझसे सोनू कहता ,
कोई कहता गोलू .
दादा जी कहते हैं टिंकू ,
दादी कहती कालू .
मम्मी मुझसे लल्ला कहतीं,
पापा कहते लालू .
मेरे घर जब आता कोई,
कहता -नाम बताओ ?
चुप रह जाता , सर चकराता
क्या बोलूँ ? बतलाओ ?

Monika Jain said...

bahut pyari kavita

Anonymous said...

very nice and lovely poem..
Please visit my site and share your views... Thanks

Post a Comment

नमस्कार,आप सब का स्वागत हे, एक सुचना आप सब के लिये जिस पोस्ट पर आप टिपण्णी दे रहे हे, अगर यह पोस्ट चार दिन से ज्यादा पुरानी हे तो माडरेशन चालू हे, ओर इसे जल्द ही प्रकाशित किया जायेगा,नयी पोस्ट पर कोई माडरेशन नही हे, आप का धन्यवाद टिपण्णी देने के लिये