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बच्चो के गीत,ए मालिक तेरे बन्दे हम

प्रस्तुतकर्ता राज भाटिय़ा

बच्चो.... आओ आज तुम्हे एक बहुत पुरानी प्राथना सुनाये, इस प्राथना को द्यान से सुनना ओर ऎसॆ ही बनाना, ओर बच्चो सुन कर बताना केसी लगी यह वंदना

11 आप की राय:

P.N. Subramanian said...

दो आँखें और बारह हाथ का यह गीत वाकई मधुर है. आभार.
http://mallar.wordpress.com

ताऊ रामपुरिया said...

बड़ा शुकून दायक है ! शान्ति मिली इस प्रार्थना को सुनकर !

रामराम !

admin said...

अरे वाह। बहुत प्‍यारा और प्रेरक गीत है। सुनवाने का शुक्रिया।

परमजीत सिहँ बाली said...

सुनवाने का शुक्रिया।

Anonymous said...

ये मेरा पसंदीदा गीत है जिसे मैं अक्‍सर यूट्यूब पर सुनता हूं। वैसे आपके ब्‍लाग पर हमेशा कुछ ने कुछ बेहतरीन सुनने को मिलता है।

सीमा सचदेव said...
This comment has been removed by the author.
सीमा सचदेव said...

नन्हे-मुन्ने मे आना और प्यारा सा गीत सुनना बहुत अच्छा लगा | कभी हमारे नन्हा-मन www.nanhaman.blogspot.com मे भी दस्तक दीजिए |

वर्षा said...

ये पार्थना तो हम बड़ों को भी याद रखनी चाहिए

बवाल said...

आदरणीय राज जी बहुत सुन्दर गीत सुनवाने और उसकी याद दिलवाने के बहुत बहुत आभार आपका जी.

सुनीता शानू said...

यह गीत बचपन से बहुत प्रिय है मुझे...सुनवाने का बहुत-बहुत शुक्रिया राज भाई...

अनुपमा पाठक said...

इस सुन्दर वंदना से दिन शुरू हुआ!
आभार!

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