नमस्कार, आईये जुडे मेरे इस ब्लांग से, आप अपनी बाल कहानियां, कविताय़ॆ,ओर अन्य समाग्री जो बच्चो से के लायक हो इस ब्लांग मे जोडॆ,आप अगर चाहे तो आप भी इस ब्लांग के मेम्बर बने ओर सीधे अपने विचार यहां रखे, मेम्बर बनने के लिये मुझे इस e mail पर मेल करे, ... rajbhatia007@gmail.com आप का सहयोग हमारे लिये बहुमुल्य है,आईये ओर मेरा हाथ बटाये.सभी इस ब्लांग से जुड सकते है, लेकिन आप की रचनाये सिर्फ़ सिर्फ़ हिन्दी मे हो, आप सब का धन्यवाद

टक्कर

प्रस्तुतकर्ता राज भाटिय़ा

यह रचना भी हमे डा० अनिल सवेरा जी ने जगाधरी से भेजी है, बहुत अच्छी अच्छी ओर मन भावन कविताये लिखते है, प्रस्तुत है यह रचना, तो बच्चो सब से पहले डा अनिल अंकल का धन्यवाद तो करो ना, चलो सब से पहले मै उन्हे दिल से आभार कहता हुं तो सब पाठको की तरफ़ से उन्हे धन्यवाद.

टक्कर

हाथी जी को, आया चक्कर,
मच्छर ने जब मारी टक्कर,
टक्कर मार खुशी से नाचा,
खाने लगा, मजे से शक्कर!!




बोला हाथी, नही छोडूंगा,
हाथ पांव तेरे तोडुंगा,
क्रोध दिला मत मुझ को ज्यादा,
नही तो तेरा सर फ़ोडुंगा.



मुस्कुरा कर मच्छर बोला,
करो तो कुछ, तुम अपना ध्यान,
फ़ुंक मजाक मे ही मारु तो,
पहुंच जाओगे, तुम शमशान.

डा० अनिल सवेरा जी

16 आप की राय:

डॉ. मोनिका शर्मा said...

बहुत मजेदार और प्यारी सी कविता.....
अनिलजी को धन्यवाद और आपका आभार इसे प्रस्तुत करने के लिए....

Anonymous said...

लो यहीं लिख रही हूँ मेरा निवेदन स्वीकार करे,मुझे मेम्बर बना लीजिए इस ब्लॉग का. मेरे पास बहुत कुछ है बच्चों के लिए.टीचर जो हूँ
हा हा हा

Chaitanyaa Sharma said...

यह खूब मस्ती भरी कविता है...... मज़ा आया ...
अनिल अंकल को मेरा धन्यवाद

रानीविशाल said...

हा हा हा मोटा देखकर डरना नहीं छोटा देखकर भिड़ना नहीं :)
बहुत मज़ेदार लगी यह कविता ......आपका और अनिल अंकल का बहुत बहुत धन्यवाद !
नन्ही ब्लॉगर
अनुष्का

Udan Tashtari said...

हा हा! मजेदार,,

डॉ टी एस दराल said...

बहुत सुन्दर बाल कविता ।

माधव( Madhav) said...

बहुत सुन्दर बाल कविता

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

सुन्दर बाल कविता के लिए
डा० अनिल सवेरा जी को बधाई!
--
आपकी इस पोस्ट की चर्चा
बाल चर्चा मंच पर भी की गई है!
http://mayankkhatima.blogspot.com/2010/10/21.html

कविता रावत said...

सुन्दर बाल कविता के लिए
डा० अनिल सवेरा जी को बधाई!

बंटी "द मास्टर स्ट्रोक" said...

इंदु पुरी गोस्वामी जी,
आभार मेरे ब्लॉग पर आने के लिए .....
ताऊ पहेली का जवाब आप यहाँ दे सकती है
http://taau.taau.in/
मेरे ब्लॉग पर इस सवाल का ज्यादा स्पष्ट हिंट दिया गया है

भारत मंच पहेली का जवाब आप यहाँ दे सकती है
http://mishrasarovar.blogspot.com/2010/10/8.html
इस पहेली कभी ज्यादा स्पष्ट हिंट दिया गया है

फिर भी अगर जवाब न मिले तो कल सुबह तक का इंतजार करे .....
कल साफ साफ जवाब बता दिए जायेंगे .......

Akshitaa (Pakhi) said...

यह तो खूब मजेदार है....

ASHOK BAJAJ said...

बहुत ही भावपूर्ण रचना . बधाई

ASHOK BAJAJ said...

बहुत ही भावपूर्ण रचना . बधाई

अनामिका की सदायें ...... said...

हा.हा.हा.मजा आ गया इस कविता को पढ़ कर.
दिल कर रहा है कोई छोटा बच्चा सामने आ जाये जिसे यह सुना कर खुश कर दूँ.

ASHOK BAJAJ said...

श्री दुर्गाष्टमी की बधाई !!!

naresh singh said...

बहुत मजेदार रचना है |

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