आओ बच्चो,पाठ पढ़ाऊं
एक अनूठी बात बताऊं
काले अक्षर हीरा मोती
फ़ैलाते ये ज्ञान की ज्योति
अक्षर जुड़कर शब्द बनायें
शब्द मिलें बोली बन जायें
बोली संवरे भाषा कहलाये
भाषा से पुस्तक छप जाये
बात पुस्तकों की है न्यारी
पुस्तक होती ज्ञान पिटारी
पुस्तक पुस्तकालय में आकर
गागर में भर जाये सागर
पढने लिखने से फ़ैले ज्ञान
भाषा है मानव की पहचान
श्याम सखा श्याम
7 आप की राय:
anootha blog
jahan bhawnayen athkehli si karti nazar aa rahi hai.. :)
aadarniya sir,
kitabon se sabhi ko prem karane ka ek anokha andaaj . bahut.... hi oasand aya.
poonam
बहुत सुन्दर बाल-गीत. अच्छा सन्देश देती है.
बहुत सु7न्दर बाल रचना है बधाई
Eka bhut hee khoobasurat balageet.
Poonam
बहुत ही सुंदर वाल कविता.
धन्यवाद श्याम जी
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रंग-बिरंगी होली की बधाई.
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